मध्य प्रदेश के दंगा प्रभावित शहर खरगोन में धारा 144 सीआरपीसी (चार या अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध) लागू होने के बाद भी, पुलिस अधिकारियों ने 11 अप्रैल की तड़के बिलाल मस्जिद के गेट बेरहमी से तोड़ दिए और एक घर में घुस गए। ये घर एक 70 वर्षीय महिला का है। जो मस्जिद के ठीक सामने स्थित है।
सोशल मीडिया पर शेयर किए गए एक वीडियो में पुलिसकर्मियों को मस्जिद में घुसते और डर का माहौल बनाते देखा जा सकता है। बूढ़ी औरत को पुरुषों से रुकने का अनुरोध करते हुए सुना जाता है। वह उन्हें बेटा भी कहती है।
This was happening at 03.00 am in Khargone. Men in uniform were seen breaking gate of Bilal Masjid. Right in front of this Masjid lives an old woman with her family. No male members in the house. She asks the men to stop. Uses the word 'beta' for them.
— Sharjeel Usmani (@SharjeelUsmani) April 11, 2022
घटना से आहत वृद्ध महिला ने कहा, “पुलिसकर्मियों ने फ्रिज तोड़ दिया, नकदी लूट ली और मुझे मारा।” उनके मुताबिक, पुलिसकर्मियों ने घर में मौजूद महिलाओं की जमकर पिटाई की और सारा कीमती सामान ले गए। उस समय कोई पुरुष सदस्य मौजूद नहीं था।
All women in the family are severely hurt and are hospitalised. One is critical.
She asked those men to stop. pic.twitter.com/peVcyCOX0d
— Sharjeel Usmani (@SharjeelUsmani) April 11, 2022
महिलाएं अस्पताल में भर्ती हैं। एक को क्रिटिकल बताया जा रहा है।
बता दें कि खरगोन में रामनवमी जुलूस के दौरान भड़काऊ गाने बजाए गए, जिसके कारण रविवार शाम करीब 5 बजे पथराव की घटनाएं हुईं। रिपोर्ट के अनुसार, 30 घरों और दुकानों में आग लगा दी गई और दो दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए।
रिपोर्ट्स में कहा गया है कि खरगोन के पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ चौधरी के पैर में गोली लगी है। रात करीब नौ बजे मामला थोड़ा शांत हुआ, लेकिन रात 12 बजे फिर हिंसा भड़क गई। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे। पूरे शहर में सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी गई।
घटना के तुरंत बाद, 11 अप्रैल को शहर में दंगा और पथराव के आरोपी मुसलमानों के घरों को ध्वस्त कर दिया गया था।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली सरकार ने सीएम शिवराज सिंह चौहान के आदेश पर मोहन टॉकीज क्षेत्र में मुस्लिम स्वामित्व वाले घरों को ध्वस्त करने का कदम उठाया।
उन्होंने कहा, “हमने दंगाइयों की पहचान कर ली है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।” मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि अब तक 77 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।