नई दिल्ली
इस साल राष्ट्रीय बाल पुरस्कार की अलग-अलग कैटेगिरी में देश भर से 11 बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार यानी पीएमआरबीपी-2023 के लिए चुना गया है. इसी कड़ी में आपको बता दें कि मार्शल आर्ट में जम्मू-कश्मीर की स्वर्ण पदक विजेता – हनाया निसार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा प्रधान मंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. हनाया निसार पिछले सात सालों से मार्शल आर्ट खेल रही हैं. उन्होंने अक्टूबर 2018 में चिंगजू दक्षिण कोरिया में आयोजित तीसरी विश्व स्काय मार्शल आर्ट्स चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व किया और भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता.
We are committed to popularising different sports and emphasising fitness. Hanaya Nisar is a Pradhan Mantri Rashtriya Bal Puraskar awardee who has represented India in various martial arts competitions. She has won various laurels. Proud of her accomplishments. pic.twitter.com/2q64o4xF1O
— Narendra Modi (@narendramodi) January 24, 2023
मार्शल आर्ट चैंपियन हनाया
जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले से 16 साल की हनाया निसार को यह पुरस्कार मार्शल आर्ट के लिए मिला है. उन्होंने साउथ कोरिया में वर्ल्ड एसक्यूएवाई मार्शल आर्ट्स चैंपियरनशिप में 12 साल की उम्र में गोल्ड मेडल जीता.
वह कहती हैं, मैं मेरे पैरंट्स और कोच को शुक्रिया कहती हूं, जिन्होंने मेरी इस गेम से पहचान करवाई. 4 साल की उम्र से मैं खेल रही है और आज यह प्रतिष्ठित सम्मान पाकर यही लग रहा है कि इस गेम में बढ़ती रहूं. मैं लॉ की पढ़ाई भी करना चाहती हूं.
Had an excellent interaction with those who have been conferred the Pradhan Mantri Rashtriya Bal Puraskar. https://t.co/4i8RXHcBYG pic.twitter.com/QC5ELeWJhR
— Narendra Modi (@narendramodi) January 24, 2023
इस वर्ष हनाया निसार सहित देश के 11 बच्चों को प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए चुना गया है और उन्हें भारत के राष्ट्रपति द्वारा 1 लाख रुपये के नकद पुरस्कार और एक प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया है.
मिलिए अलग-अलग श्रेणियों में पुरस्कार पाने वाले राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेताओं से:
महाराष्ट्र के 15 साल के रोहन रामचंद्र बहिर ने अपनी जान की परवाह किए बिना एक महिला की जान बचाई, तो 8 साल के ऋषि शिव कम उम्र में ही ऐप डेवलपर बन गए. ऐसे कमाल के हुनर वाले 11 बच्चे ‘प्रधानमंत्री राष्ट्र्रीय बाल पुरस्कार 2023’ से सम्मानित किए गए, जिनकी मेहनत, जोश और नया रचने का रोमांच बड़ों को भी प्रेरित करता है. बहादुरी, इनोवेशन, सोशल सर्विस से लेकर खेलकूद, आर्ट-कल्चर, इन पांच फील्ड में 11 राज्यों के ये इन बच्चों को सोमवार को देश की राष्ट्रपति ने इस पुरस्कार से सम्मानित किया.
लंबे अंतराल तक तबला बजाने के लिए 12 साल की असम की श्रेया भट्टाचार्या का नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज है, तो गुजरात के शौर्यजीत रंजीतकुमार खैरे नैशनल लेवल के मलाखंब खिलाड़ी हैं, जिन्होंने सबसे कम उम्र में पिछले साल नैशनल गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल जीता. आंध्र प्रदेश की इंटरनैशलन चेस प्लेयर 11 साल की कोलागतला अलाना मीनाक्षी 4 साल की उम्र से चेस खेल रही हैं और वर्ल्ड्स नंबर 1 का खिताब जीत चुकी हैं, तो 17 साल की ओडिशी डांसर गौरवी रेड्डी 2016 में इंटरनैशलन डांस काउंसिल में नॉमिनेट होने वाली सबसे युवा आटिस्ट रहीं.
गुजरात के छोटी उम्र के मलखंब खिलाड़ी
गुजरात के शौर्यजीत रंजीतकुमार खैरे नैशनल लेवल के मलखंब खिलाड़ी हैं, जिन्होंने सबसे कम उम्र में पिछले साल नैशनल गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल जीता.





