यूपी के गाजियाबाद के डासना में सांप्रदायिक नफरत का शिकार हुए आसिफ के परिजनों से आज भारत के सबसे बड़े मुस्लिम छात्र संगठन मुस्लिम स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन ऑफ़ इंडिया (MSO) के प्रतिनिधि मंडल ने राष्ट्रीय अध्यक्ष शुजात अली क़ादरी के नेतृत्व में मुलाकात की।
संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शुजात अली क़ादरी ने बताया कि इस घटना के आरोपी पर पुलिस ने मामूली धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। जबकि इस तरह की घटनाओं में संगीन धाराओं में केस दर्ज होना चाहिए, लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है। इसीलिए असमाजिक तत्वों के हौसले बुलंद हैं।
प्रतिनिधि मंडल में MSO दिल्ली इकाई के उपाध्यक्ष मुहम्मद मोदस्सिर अशरफी ने कहा कि इस घटना को लेकर मानवाधिकार आयोग और अल्पसंखयक आयोग को संज्ञान लेना चाहिए। देश में अब अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चों को भी हिंसा का शिकार बनाया जा रहा है। पुलिस भी न्याय दिलाने के बजाय मामले को रफा-दफा करने में जुटी है।
वरिष्ठ पत्रकार वसीम अकरम त्यागी ने आसिफ से मुलाकात कर घटना को लेकर जानकारी लेनी चाही। लेकिन वह अब तक डरा हुआ है। उन्होंने बताया कि आसिफ के चेहरे पर भय स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है। उन्होंने राज्य सरकार से आसिफ और उसके परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग की।